दिल की क्या खता हे
मुझको बता दो सनम
साथ दोगे तुम मेरा
ये था मेरा भरम
वादे तुमने किये थे
देने साथ सात जनम
देख के मेरी आँखों में
खाई थी तूने कसम
न कभी हम मेरे थे
न कभी हो पाएंगे
दिल में मेरे जख्म हे इतने
खुशियां कहाँ से लाएंगे
दिल की क्या खता हे
मुझको बता दो सनम